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बुधवार, 31 अक्टूबर 2018

5. किसी ऐसे व्यक्ति का क्या अंजाम होता है जो धर्म में परमेश्वर पर विश्वास करता है और फरीसियों और मसीह-शत्रुओं के भ्रम और नियंत्रण से पीड़ित है? क्या इस तरह से परमेश्वर में विश्वास करने वाला कोई व्यक्ति परमेश्वर द्वारा बचाया जा सकता है?


5. किसी ऐसे व्यक्ति का क्या अंजाम होता है जो धर्म में परमेश्वर पर विश्वास करता है और फरीसियों और मसीह-शत्रुओं के भ्रम और नियंत्रण से पीड़ित है? क्या इस तरह से परमेश्वर में विश्वास करने वाला कोई व्यक्ति परमेश्वर द्वारा बचाया जा सकता है?
संदर्भ के लिए बाइबल के पद:
"उन को जाने दो; वे अंधे मार्गदर्शक हैं और अंधा यदि अंधे को मार्ग दिखाए, तो दोनों ही गड़हे में गिर पड़ेंगे" (मत्‍ती 15:14)।

सोमवार, 29 अक्टूबर 2018

3. क्यों परमेश्वर के कार्य का हर नया चरण धार्मिक दुनिया की प्रचंड अवज्ञा और निंदा का सामना करता है? इसका मूल कारण क्या है?


3. क्यों परमेश्वर के कार्य का हर नया चरण धार्मिक दुनिया की प्रचंड अवज्ञा और निंदा का सामना करता है? इसका मूल कारण क्या है?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:

"फिर वह दृष्‍टान्तों में उनसे बातें करने लगा: 'किसी मनुष्य ने दाख की बारी लगाई, और उसके चारों ओर बाड़ा बाँधा, और रस का कुण्ड खोदा, और गुम्मट बनाया; और किसानों को उसका ठेका देकर परदेश चला गया।

शुक्रवार, 26 अक्टूबर 2018

2. परमेश्वर केवल उस कलीसिया को आशीष क्यों देता है जो उसके कार्य को स्वीकार कर उसका अनुपालन करती है? वह धार्मिक संगठनों को क्यों शाप देता है?


2. परमेश्वर केवल उस कलीसिया को आशीष क्यों देता है जो उसके कार्य को स्वीकार कर उसका अनुपालन करती है? वह धार्मिक संगठनों को क्यों शाप देता है?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:

क्योंकि ऐसे लोग जो किसी धर्म में हैं वे परमेश्वर के नए कार्य को स्वीकार करने में असमर्थ हैं, और वे केवल भूतकाल के पुराने कार्य को ही थामे रहते हैं, इस प्रकार परमेश्वर ने इन लोगों को छोड़ दिया है, और उन लोगों पर अपना कार्य करता है जो उसके नए कार्य को स्वीकार करते हैं।

रविवार, 21 अक्टूबर 2018

1. अंतिम दिनों में परमेश्वर ने चीन में देह-धारण किया है; बाइबल की भविष्यवाणियों में और परमेश्वर के वचनों में इसके लिए क्या आधार मिलता है?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:

"क्योंकि उदयाचल से लेकर अस्ताचल तक जाति-जाति में मेरा नाम महान् है, और हर कहीं मेरे नाम पर धूप और शुद्ध भेंट चढ़ाई जाती है" (मलाकी 1:11)।
"क्योंकि जैसे बिजली पूर्व से निकलकर पश्‍चिम तक चमकती है, वैसे ही मनुष्य के पुत्र का भी आना होगा" (मत्ती 24:27)।

मंगलवार, 9 अक्टूबर 2018

4. आज तक परमेश्वर ने कैसे मानव जाति का नेतृत्व और भरण-पोषण किया है?


4. आज तक परमेश्वर ने कैसे मानव जाति का नेतृत्व और भरण-पोषण किया है?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:

परमेश्वर के प्रबंधन का कार्य संसार की उत्पत्ति से प्रारम्भ हुआ था और मनुष्य उसके कार्य का मुख्य बिन्दु है। ऐसा कह सकते हैं कि परमेश्वर की सभी चीज़ों की सृष्टि, मनुष्य के लिए ही है।

बुधवार, 3 अक्टूबर 2018

1. मसीह के दिव्य तत्व को कोई कैसे जान सकता है?


1. मसीह के दिव्य तत्व को कोई कैसे जान सकता है?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:

"यीशु ने उससे कहा, 'मार्ग और सत्य और जीवन मैं ही हूँ' 'ये बातें जो मैं तुम से कहता हूँ, अपनी ओर से नहीं कहता, परन्तु पिता मुझ में रहकर अपने काम करता है। मेरा विश्‍वास करो कि मैं पिता में हूँ और पिता मुझ में है; नहीं तो कामों ही के कारण मेरा विश्‍वास करो'" (यूहन्ना 14:6, 10-11)।

रविवार, 23 सितंबर 2018

4. प्रभु ने अनुग्रह के युग में लोगों को जो सौंपा था और परमेश्वर राज्य के युग में जो सौंपता है, इनके बीच क्या अंतर है?


4. प्रभु ने अनुग्रह के युग में लोगों को जो सौंपा था और परमेश्वर राज्य के युग में जो सौंपता है, इनके बीच क्या अंतर है?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:

"और यरूशलेम से लेकर सब जातियों में मन फिराव का और पापों की क्षमा का प्रचार, उसी के नाम से किया जाएगा" (लूका 24:47)

बुधवार, 19 सितंबर 2018

4. परमेश्वर के नाम के महत्व को नहीं जानने और परमेश्वर के नये नाम को स्वीकार न करने की मानवीय समस्या की प्रकृति क्या है?



4. परमेश्वर के नाम के महत्व को नहीं जानने और परमेश्वर के नये नाम को स्वीकार न करने की मानवीय समस्या की प्रकृति क्या है?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:

समय की प्रत्येक अवधि में, परमेश्वर नया कार्य आरम्भ करेगा, और प्रत्येक अवधि में, मनुष्य के बीच में एक नई शुरुआत होगी।

शनिवार, 8 सितंबर 2018

3. परमेश्वर के कार्य के तीन चरणों के बीच सभी का पारस्परिक संबंध।

3. परमेश्वर के कार्य के तीन चरणों के बीच सभी का पारस्परिक संबंध।

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:

यहोवा के कार्य से ले कर यीशु के कार्य तक, और यीशु के कार्य से लेकर इस वर्तमान चरण तक, ये तीन चरण परमेश्वर के प्रबंधन की पूर्ण परिसीमा को आवृत करते हैं, और यह समस्त एक ही पवित्रात्मा का कार्य है। जब से उसने दुनिया बनाई, तब से परमेश्वर हमेशा मानव जाति का प्रबंधन करता आ रहा है। वही आरंभ और अंत है, वही प्रथम और अंतिम है, और वही एक है जो युग का आरंभ करता है और वही युग का अंत करता है। कार्य के तीन चरण, विभिन्न युगों और विभिन्न स्थानों में, निश्चित रूप से एक ही पवित्रात्मा द्वारा किए जाते हैं। वे सभी जो इन तीन चरणों को पृथक करते हैं, परमेश्वर का विरोध करते हैं।
"वचन देह में प्रकट होता है" से "परमेश्वर के कार्य का दर्शन (3)" से

मंगलवार, 21 अगस्त 2018

"परमेश्वर मूल्यवान मानता है उनको जो उसकी सुनते और उसका आदेश मानते हैं"



Hindi Christian Music 2018 | "परमेश्वर मूल्यवान मानता है उनको जो उसकी सुनते और उसका आदेश मानते हैं"

 परमेश्वर को नहीं फर्क पड़ता हो मनुष्य नम्र या महान। 
 जब तक वह सुनता है परमेश्वर की, 
 मानता है परमेश्वर के आदेश और जो सौंपता है परमेश्वर, 
 जुड़ा रहता है उसके कार्य, उसकी योजना और उसकी इच्छा से,
 जिससे कि उसकी इच्छा और योजना बढ़ सकें बिना अड़चन के, 
 ऐसे कार्य हैं योग्य, योग्य परमेश्वर की स्मृति के, 
 और हैं योग्य प्राप्ति के, प्राप्ति उसके आशीष की। 

बुधवार, 15 अगस्त 2018

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "वे जो मसीह से असंगत हैं निश्चय ही परमेश्वर के विरोधी हैं"



सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "वे जो मसीह से असंगत हैं निश्चय ही परमेश्वर के विरोधी हैं"
 सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "जबकि मनुष्य के सोच विचारों को नज़र अंदाज नहीं किया जा सकता है, यह मनुष्य के लिए बहुत अधिक असहनीय है कि वह मसीह के सार में परिवर्तन करे। तुम लोग मसीह को अविनाशी, एक संत मानते हो, लेकिन कोई मसीह को दिव्य सार के साथ नश्वर नहीं मानता है। इसलिए, अनेक लोग जो दिन रात परमेश्वर को देखने की लालसा करते हैं वास्तव में परमेश्वर के शत्रु हैं और परमेश्वर के अननुरूप हैं।

सोमवार, 23 जुलाई 2018

अंत के दिनों में देहधारी परमेश्वर मुख्यत: वचन का कार्य करता है



अंत के दिनों में देहधारी परमेश्वर मुख्यत: वचन का कार्य करता है

अंत के दिनों का देहधारी परमेश्वर
अनुग्रह के युग का अंत करता है, वचन को व्यक्त करता है,
वचन जो इंसान को, पूर्ण और प्रबुद्ध करता है,
वचन जो इंसान के दिल से परमेश्वर की, अज्ञात धारणा दूर करता है।
यीशु ने जो किया, वो काम अलग था।
उसने किये चमत्कार, और जो थे बीमार, उनका किया उपचार,
किया स्वर्ग के राज्य के, सुसमाचार का प्रचार,
और चढ़ गया सूली पे, करने लोगों का उद्धार।

बुधवार, 11 जुलाई 2018

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "देहधारी परमेश्वर और परमेश्वर द्वारा उपयोग किए गए लोगों के बीच महत्वपूर्ण अंतर"



सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "देहधारी परमेश्वर और परमेश्वर द्वारा उपयोग किए गए लोगों के बीच महत्वपूर्ण अंतर"

सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "जो कोई दिव्यता में कार्य करता है वह परमेश्वर का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि जो मानवता के भीतर कार्य करते हैं वे परमेश्वर के द्वारा उपयोग किए गए लोग हैं। अर्थात्, देहधारी परमेश्वर उन लोगों से मौलिक रूप से भिन्न है जो परमेश्वर द्वारा उपयोग किए जाते हैं। देहधारी परमेश्वर दिव्यता का कार्य करने में समर्थ है, जबकि परमेश्वर के द्वारा उपयोग किए जाने वाले लोग समर्थ नहीं हैं। प्रत्येक युग के आरंभ में, नया युग शुरू करने के लिए और मनुष्य को एक नई शुरुआत में लाने के लिए परमेश्वर का आत्मा व्यक्तिगत रूप से बोलता है। जब वह अपना बोलना पूरा कर लेता है, तो यह प्रकट करता है कि परमेश्वर की दिव्यता के भीतर उसका कार्य हो गया है। उसके बाद, सभी लोग अपने जीवन अनुभव में प्रवेश करने के लिए उन लोगों के पदचिह्नों का अनुसरण करते हैं जो परमेश्वर के द्वारा उपयोग किए जाते हैं। उसी तरीके से, यही वह चरण भी है जिसमें परमेश्वर मनुष्य को नए युग में लाता है और हर एक को एक आरंभिक स्थिति देता है। इसके साथ ही, देह में परमेश्वर का कार्य समाप्त हो जाता है।"

शनिवार, 7 अप्रैल 2018

केवल परमेश्वर के प्रबंधन के मध्य ही मनुष्य बचाया जा सकता है


केवल परमेश्वर के प्रबंधन के मध्य ही मनुष्य बचाया जा सकता है
      प्रत्येक व्यक्ति यह महसूस करता है कि परमेश्वर का प्रबंधन अजीब है, क्योंकि लोग यह सोचते हैं कि परमेश्वर का प्रबंधन पूरी तरह से मनुष्य से सम्बन्धित नहीं है। वे यह सोचते हैं कि यह प्रबंधन केवल परमेश्वर का ही कार्य है, यह उसी के मतलब का है, और इसलिए मनुष्य परमेश्वर के प्रबंधन के प्रति बिल्कुल तटस्थ है। इस प्रकार से, मानवजाति का उद्धार अस्पष्ट और अनिश्चित हो गया है, और अब केवल खाली भाषणबाजी है। हालांकि मनुष्य परमेश्वर का अनुसरण करता है ताकि वह बच जाए और खूबसूरत गंतव्य में प्रवेश कर जाए, मनुष्य को कुछ भी चिंता नहीं है कि परमेश्वर अपना कार्य किस प्रकार से करता है। मनुष्य चिंता नहीं करता कि परमेश्वर की क्या करने की योजना है और बचने के लिए उसे क्या भूमिका अदा करनी होगी।

गुरुवार, 1 मार्च 2018

"बेड़ियों को तोड़ो और भागो"(3) - बाइबल से परे जाओ: प्रभु के साथ स्वर्ग के राज्य की दावत में भाग लो


     Hindi Christian Video clip "बेड़ियों को तोड़ो और भागो"(3) - बाइबल से परे जाओ: प्रभु के साथ स्वर्ग के राज्य की दावत में भाग लो


     बहुत से लोग जो प्रभु पर विश्वास रखते हैं, यह महसूस करते हैं कि परमेश्वर के सारे वचन और कार्य बाइबल में दर्ज हैं, बाइबल में बताए गए अनुसार परमेश्वर का उद्धार कार्य पहले ही पूर्ण हो चुका है, यह कि परमेश्वर पर विश्वास बाइबल पर आधारित होना चाहिये और यह कि अगर परमेश्वर पर हमारा विश्वास बाइबल पर आधारित होता है, तो निश्चित ही हमारा स्वर्गारोहण किया जाएगा।

रविवार, 18 फ़रवरी 2018

"बाइबल और परमेश्वर" (1) - एक निर्जन कलीसिया का नवजीवन


Hindi Gospel Movie clip "बाइबल और परमेश्वर" (1) - एक निर्जन कलीसिया का नवजीवन


     एल्डरलियू झिझोंग के कलीसिया में भाइयों और बहनों की एक बैठक के बाद बाइबल से जुड़ी उनकी शंकाएं समाप्त हो जाती हैं, उन्होंने अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्यों के बारे में ऑनलाइन पढ़ा। सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़कर, वे जीवन के जीवंत पानी से पोषित हुए, और अपने मूल विश्वास और प्रेम को पुनर्स्थापित करने में सक्षम हुए और अपने हृदय में पुष्टि करने में सक्षम हुए कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रभु यीशु का दूसरा आगमन हैं। जब एल्डर लियू झिझोंग ने ऐसा होते हुए देखा, तो वह बाइबिल को नीचे रखते हुए परमेश्वर के अंतिम दिनों के कार्यों की जाँच करने के लिए तत्पर हुए? इस छोटे से वीडियो को देखें!

रविवार, 21 जनवरी 2018

"प्रभुत्व का रहस्य" (1) - मनुष्य के पुत्र के आने का रहस्य



     प्रभु की वापसी की बात करते हुए, प्रभु यीशु ने कहा, "तुम भी तैयार रहो; क्योंकि जिस घड़ी तुम सोचते भी नहीं, उसी घड़ी मनुष्य का पुत्र आ जाएगा" (लूका 12: 40)। "क्योंकि जैसे बिजली आकाश के एक छोर से कौंध कर आकाश के दूसरे छोर तक चमकती है, वैसे ही मनुष्य का पुत्र भी अपने दिन में प्रगट होगा।

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कलीसिया ऐप का परिचय



     सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रभु यीशु का दूसरा आगमन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं। हम सभी सत्य-के-साधकों का यहाँ आने और देखने के लिए स्वागत करते हैं।

रविवार, 7 जनवरी 2018

वास्तविकता को कैसे जानें



     सर्वशक्तिमान परमेश्‍वर कहते हैं "यदि लोगों को परमेश्वर को जानना है, तो सब से पहले उन्हें यह अवश्य जानना चाहिए कि परमेश्वर वास्तविक परमेश्वर है, और परमेश्वर के वचनों को, देह में परमेश्वर के वास्तविक प्रकटन को और परमेश्वर के वास्तविक कार्य को अवश्य जानना चाहिए। केवल यह जानने के बाद ही कि परमेश्वर का समस्त कार्य वास्तविक है तुम वास्तव में परमेश्वर के साथ सहयोग करने में समर्थ हो सकोगे, और केवल इसी मार्ग के माध्यम से तुम अपने जीवन के विकास को प्राप्त करने में समर्थ हो सकोगे।

गुरुवार, 28 दिसंबर 2017

"मायाजाल को तोड़ दो"(1) - हम प्रभु की वापसी का स्वागत कैसे कर सकते हैं?


     चार रक्तिम चंद्रग्रहण पहले ही प्रकट हो चुके हैं। इसका मतलब यह है कि हम पर महान आपदाएं जल्द ही आने वाली है, जैसा कि योएल की पुस्तक में भविष्यवाणी की गई है, "तुम्हारे दास और दासियों पर भी मैं उन दिनों में अपना आत्मा उण्डेलूँगा। मैं आकाश में और पृथ्वी पर चमत्कार, अर्थात् लहू और आग और धूएँ के खम्भे दिखाऊँगा। यहोवा के उस बड़े और भयानक दिन के आने से पहले सूर्य अन्धियारा होगा और चन्द्रमा रक्‍त सा हो जाएगा।उस समय जो कोई यहोवा से प्रार्थना करेगा, वह छुटकारा पाएगा।"(योएल 2: 29 -31)।

सदोम की भ्रष्टताः मुनष्यों को क्रोधित करने वाली, परमेश्वर के कोप को भड़काने वाली

सर्वप्रथम, आओ हम पवित्र शास्त्र के अनेक अंशों को देखें जो "परमेश्वर के द्वारा सदोम के विनाश" की व्याख्या करते हैं। (उत्पत्ति 19...