सारी दुनिया तेरी रोशनी की पनाह में आती
(सारी दुनिया की रोशनी)दर्द-ओ-ग़म से कराहती इंसानियत को
तेरे आग़ोश में आकर दुलार मिलता है,
तेरी झूलती-सी मज़बूत, फैली बाहें,
तेरी चमकती, मुस्कुराती-सी निगाहें!
तेरे प्यार और करुणा में बंधे हम,
तेरा दमकता-उभरता चेहरा, नज़र आता है