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रविवार, 19 मई 2019

वह संकल्प जो मोआब की संतानों के पास होना चाहिए



  • I
  • मोआब की संतानों से नहीं कोई
  • अधिक पिछड़ा और भ्रष्ट।
  • वो परमेश्वर को स्वीकारते नहीं।
  • इसलिए केवल जब इन पर पाई जा सके विजय,
  • केवल जब ये कर सकें प्रेम परमेश्वर को,
  • केवल जब वो कर सकें उसकी स्तुति,
  • तभी होगी वो गवाही विजय की, विजय की।
  • अंत में तू कहेगा, "हम हैं शापित,
  • हम हैं संतान मोअब की।
  • इसे तो हम बदल, बदल सकते नहीं,
  • क्योंकि ये थी आज्ञा परमेश्वर की, परमेश्वर की।
  • लेकिन हमारा जीना और ज्ञान बदल सकता है,
  • परमेश्वर को संतुष्ट करने के लिए हम हैं संकल्पित,
  • परमेश्वर को संतुष्ट करने के लिए हम हैं संकल्पित।"
  • II
  • ये सच है कि तुम लोग पतरस नहीं,
  • लेकिन जी सकते हो तुम पतरस की छवि,
  • अय्यूब और पतरस के समान दे सकते हो गवाही।
  • यही है सबसे बड़ी गवाही।
  • अंत में तू कहेगा, "हम तो इस्राएली नहीं।
  • हम हैं त्यागी गईं संतानें मोअब की।
  • हम परमेश्वर के आशीषों के योग्य नहीं।"
  • अंत में तू कहेगा, "हम हैं शापित,
  • हम हैं संतान मोअब की।
  • इसे तो हम बदल सकते नहीं,
  • क्योंकि ये थी आज्ञा परमेश्वर की, परमेश्वर की।
  • लेकिन हमारा जीना और ज्ञान बदल सकता है,
  • परमेश्वर को संतुष्ट करने के लिए हम हैं संकल्पित,
  • परमेश्वर को संतुष्ट करने के लिए हम हैं संकल्पित।"
  • III
  • "हम पतरस नहीं, हममें उसकी योग्यता नहीं।
  • हम अय्यूब नहीं, हममें पौलुस का संकल्प नहीं।
  • परमेश्वर को जितना समर्पण किया पौलुस ने,
  • पौलुस ने उतना हम कर सकते नहीं, कर सकते नहीं।
  • लेकिन फिर भी आज हमें उठाया है परमेश्वर ने, परमेश्वर ने।
  • तो हमें संतुष्ट करना है परमेश्वर को, परमेश्वर को, और हैं हम तैयार भी।
  • हम योग्य नहीं, लेकिन संकल्पित हैं हम फिर भी,
  • और हैं हम तैयार, और हैं हम तैयार।"
  • अंत में तू कहेगा, "हम हैं शापित,
  • हम हैं संतान मोअब की।
  • इसे तो हम बदल, बदल सकते नहीं,
  • क्योंकि ये थी आज्ञा परमेश्वर की, परमेश्वर की।
  • लेकिन हमारा जीना और ज्ञान बदल सकता है,
  • परमेश्वर को संतुष्ट करने के लिए हम हैं संकल्पित,
  • परमेश्वर को संतुष्ट करने के लिए हम हैं संकल्पित।"
  •  
  • "वचन देह में प्रकट होता है" से

       चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।

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