उत्तर:
हमें प्रभु की उन भविष्यवाणियों के आधार पर उनकी वापसी की आशा करनी चाहिए जो उन्होंने खुद की थी। यह प्रभु की वापसी का इंतज़ार करने का सबसे मान्य तरीका है। आप दरअसल किनका हवाला दे रहे हैं? आप प्रभु के वचनों का हवाला दे रहे हैं या इंसानों के वचनों का? "तब हम जो जीवित और बचे रहेंगे उनके साथ बादलों पर उठा लिये जाएँगे कि हवा में प्रभु से मिलें;" ये बात किसने कही? क्या ये प्रभु यीशु के वचन हैं? प्रभु यीशु ने ऐसी बात कभी नहीं कही। न ही पवित्र आत्मा ने कभी ऐसा कहा। आप जिन वचनों पर विश्वास करते हैं और जिनका हवाला देते हैं, वे पौलुस के वचन हैं। क्या पौलुस के वचन प्रभु यीशु के वचनों को दर्शाते हैं? क्या वे परमेश्वर को रूपायित कर सकते हैं? इस रहस्य का जवाब सिर्फ परमेश्वर जानते हैं।